The Unnao gang-rape victim finally lost the battle of life .. After fighting for nearly 40 hours, the victim's breath stopped from cardiac arrest at Safdarjung Hospital at 11.40 am on Friday night. The wish remained unfulfilled. Unnao's daughter became silent forever with these last words. His breath had become cumbersome while struggling with death for 40 hours. Finally, at 11.40 pm on Saturday night, she left the world with an unfulfilled desire for justice. The victim had told her brother before dying that I want to live. The victim also said that the culprits should be punished with the harshest.
उन्नाव गैंगरेप पीड़िता आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई..करीब 40 घंटे तक जिंदगी की जंग लड़ने के बाद शुक्रवार रात 11 बजकर 40 मिनट सफदरजंग अस्पताल में कार्डिएक अरेस्ट से पीड़िता की सांसें थम गईं।अपने गुनहगारों को फांसी के फंदे तक पहुंचते देखने की उसकी ख्वाहिश अधूरी रह गई. उन्नाव की बेटी इन्हीं आखिरी अल्फाज के साथ हमेशा-हमेशा के लिए खामोश हो गई. 40 घंटे तक मौत से जूझते-जूझते उसकी सांसें बोझिल हो गई थीं. आखिरकार शनिवार रात 11 बजकर 40 मिनट पर इंसाफ की अधूरी चाहत के साथ ही वो दुनिया छोड़ गई.पीड़िता ने मरने से पहले अपने भाई से कहा था कि मैं जीना चाहती हूं. पीड़िता ने यह भी कहा था कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए.
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